चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन्स जारी, अब फिजिकल रैलियों की नहीं दी इजाजत,यहां मिली ढील
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हिमाचल जनादेश ,न्यूज़ डेस्क
कोविड-19 मामलों में वृद्धि के बीच, चुनाव आयोग ने बड़ी राजनीतिक रैलियां करने पर पहले से लागू प्रतिबंध को 31 जनवरी तक आगे बढ़ा दिया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आयोग ने चुनावी रैलियों, जुलूस और रोड शो पर पाबंदियां एक हफ्ते बढ़ाने का फैसला किया है। संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को हुई बैठक में इस पर सहमति बनी।
शनिवार को भारत चुनाव आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और पांच राज्यों के मुख्य स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वर्चुअल बैठक के बाद ये फैसला लिया। चुनाव आयोग ने कहा है कि वह फिर से स्थिति की समीक्षा करेगा और भविष्य में फिजिकल रैलियों की इजाजत दी जाए या नहीं इस पर आगे फैसला लेगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव आयोग का उद्देश्य इन राज्यों में होने वाले चुनावों से पहले अधिकतम मतदाताओं का टीकाकरण कराना है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 98,238 सक्रिय COVID 19 मामले हैं। यूपी ने अब तक अपनी 18 प्लस श्रेणी की 96 प्रतिशत आबादी को टीके की पहली खुराक दे दी है।
- चुनाव आयोग ने कहा कि 31 जनवरी 2022 तक रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैली और जुलूस की अनुमति नहीं होगी।
- डोर टू डोर कैंपेन के लिए 5 व्यक्तियों की सीमा बढ़ाकर 10 व्यक्ति की गई: चुनाव आयोग।
- COVID प्रतिबंधों के साथ निर्दिष्ट खुले स्थानों पर प्रचार के लिए वीडियो वैन की अनुमति दी गई है।
10 लोग कर सकेंगे डोर टू डोर कैंपेन
चुनाव आयोग ने कहा कि 31 जनवरी 2022 तक रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैली और जुलूस की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा डोर टू डोर कैंपेन के लिए 5 व्यक्तियों की सीमा बढ़ाकर 10 व्यक्ति की गई। आयोग ने कहा कि COVID प्रतिबंधों के साथ निर्दिष्ट खुले स्थानों पर प्रचार के लिए वीडियो वैन की अनुमति दी गई है। पहले चरण के लिए राजनीतिक दलों या चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की फिजिकल सार्वजनिक बैठकों के लिए 28 जनवरी, 2022 से और चरण 2 के लिए 1 फरवरी, 2022 से छूट दी गई है।
स्वास्थ्य सचिवों के साथ की थी मीटिंग
शनिवार को भारत चुनाव आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और पांच राज्यों के मुख्य स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वर्चुअल बैठक के बाद ये फैसला लिया। चुनाव आयोग ने कहा है कि वह फिर से स्थिति की समीक्षा करेगा और भविष्य में फिजिकल रैलियों की इजाजत दी जाए या नहीं इस पर आगे फैसला लेगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
इसके अलावा, 28 और लोगों ने शुक्रवार को पंजाब में कोविड-19 के कारण दम तोड़ दिया, जबकि 7,792 ताजा कोरोना वायरस मामलों से संक्रमण की संख्या 7,00,222 हो गई है। पंजाब में सक्रिय मामलों की संख्या 48,183 थी, जबकि राज्य की संक्रमण दर 17.95 प्रतिशत है। इस बीच, उत्तराखंड ने अपनी 99 प्रतिशत आबादी को COVID-19 वैक्सीन की पहली खुराक और 84 प्रतिशत आबादी को दूसरी खुराक के साथ टीका लगाया।
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