विशेष समाचार :बेटी के जन्म को सौभाग्यशाली मानती है चम्बा की बहु प्रीतिका शर्मा

हिमाचल जनादेश, एम० एम० डैनियल(संपादक)
बेशक आज विश्वभर कोविड-19 की चपेट में आने से खुशियों के लम्हों को ढ़ूंढ़ रहे हो। लेकिन इस दौर में कई लोग कुदरत द्वारा बख्शे हुए नायाब पलों को इस महामारी में खूब आनंद पूर्व मना रहे है।
इन्हीं प्राकृतिक के पलों में कई ऐसे भी अभिभावक है जिन्हें कुदरत ने एक ही दिन में माँ या पिता के जन्म तिथि के दिन औलाद का सुखद अनमोल तोहफा प्रदान की है। जिसमें बेटा या बेटी अनमोल कितने है व उसकी क्या जीवन अहमियत है इस बात का अनुभव
हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा निवासी प्रीतिका शर्मा व उसके पति अजय शर्मा से अधिक शायद कोई नहीं कर सकता है। आज के दिन यानि 27 नवंबर को प्रीतिका शर्मा के जन्म तिथि के दिन ही उसके घर बेटी ने जन्म लिया। जिसे पाने के बाद वह अपने को दुनियां की सबसे सौभाग्यशाली माँ मानती है।
गौर हो कि गत 5 वर्षों से अपने जन्मदिवस के दिन बेटी के जन्म होने की बात व उसके सालगिरा मनाने को लेकर हिमाचल जनादेश से विशेष बातचीत करते हुए प्रीतिका शर्मा ने बताया कि बेटी अनमोल है इस बात व सिद्धांत को वह एक लंबे अर्से से महसूस करती आई है।
जिसकी एक वजह गत वर्षों पूर्व वह भी पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देती रही है लेकिन बेटी अनमोल का एहसास उसे तब हुआ जब वह अपने जन्म दिन के दिन माँ बनी।बेटी सानवी शर्मा के जन्म से लेकर अब तक मायके से लेकर सुसराल पक्ष सहित हर एक सहपाठी तारीफ व सौभाग्यशाली होने की बात सुनने को मिल रही है। वहीं बेटी व उसके जन्म की तिथि एक होने की बात जिस भी व्यक्ति को ज्ञात होती है सर्वप्रथम वह मुझे बेहद खुशनसीब होने व भाग्यशाली होने की बात कहता है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं एक बेटी से महिला के रूप तक पहुंची है। उन्होंने बताया जिस प्रकार उनकी परवरिश में मायके में माँ-बाप ने कभी बेटा व बेटी में अंतर नहीं समझा। उसी तरह उसके सुसराल में न ससुर सुरेश शर्मा और न सास सुशीला शर्मा ने कभी उसे बहु की नजर से नहीं देखा बल्कि बेटी की तरह परिवार में स्थान दिया।
वहीं उनकी बेटी के जन्म होने के पश्चात सास व ससुर इतने खुश हुए कि दो बेटो के बाद घर में बेटी का जन्म होने पर इतने प्रसंन्न है कि बेटी के जन्मदिन को उसके जन्म दिन सहित धूमधाम से मनाया जाने का सिलसिला शुरू हो गया। जोकि पिछले पांच सालों से कायम है। वित्त वर्ष कोविड-19 महामारी के चलते बेशक जन्मदिवस आयोजन को लेकर कुछ हिदायतों के अनुसार मनाया जरूर जा रहा है लेकिन इस महामारी के दौर में भी परिवार की इस दिन को लेकर उमंग और जोश अभी पहले जन्म दिन की भांति कायम है। जिसके वह दुनियां में अपने का सबसे सौभाग्यशाली एक माँ होने सहित सौभाग्यशाली बहु भी मानती है।
उन्होंने कहा कि उनकी एक वर्षीय बेटी सानवी वाके ही अनमोल है जिसकी बदौलत मायके व सुसराल में इतनी इज्जत नसीब हो रही है। बीते पांच सालों से बेटी के जन्म के पश्चात उसका भाग्य की रेखा भी दिन दोगुणी और रात चौगुणी की दिशा में बढ़ती चली गई।
पहले बेटी के जन्म से पूर्व और गर्भव्यस्था के दौरान पत्रकारिकता जगत में एक अलग पहचान एवं मुकाम हासिल हुआ। वहीं बेटी के जन्म और उसकी परवरिश के साथ देखते ही देखते वह एक कामयाब बिजनेस वूमैन बनने में भी सफल रही है। जिसका पूर्ण श्रेय वह अपनी पांच वर्षीय बेटी सानवी शर्मा व सुसराल पक्ष को देती है।
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