कश्मीर में शहीद मेजर कौस्तुभ की पत्नी कनिका बनीं आर्मी ऑफिसर,पति के सपनों को करेंगी पूरा

हिमाचल जनादेश,न्यूज़ डेस्क
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) की पासिंग आउट परेड शनिवार को आयोजित हुई थी।
इस परेड के साथ ही देश की सेवा करने के लिए सेना को कई ऑफिसर्स मिले हैं और कुछ लेडी ऑफिसर्स भी पासआउट होकर निकलीं।
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ऑफिसर्स की भीड़ में लेफ्टिनेंट कनिका राणे भी शामिल थीं लेकिन वह भीड़ से अलग नजर आ रही थीं। अगर आप ले. कनिका को नहीं जानते हैं तो आपको बताते हैं कि कनिका, 2 साल पहले शहीद हुए 29 वर्षीय मेजर कौस्तुभ राणे की पत्नी हैं।
मुंबई में रहती हैं कनिका---
कनिका राणे, मुंबई में अपने सास-ससुर और पांच साल के बेटे के साथ मीरा रोड पर रहती हैं। ले. कनिका ने पासआउट होने के बाद कहा, 'एकेडमी में आने से पहले मैं कभी 100 मीटर भी नहीं भागी थी लेकिन अब मैं 40 किलोमीटर तक दौड़ रही हूं।' चेन्नई स्थित ओटीए से कुल 230 ऑफिसर्स पासआउट हुए, इनमें से 181 पुरुष और 49 महिलाएं हैं।
रक्षा प्रवक्ता मुंबई की तरफ से कनिका का एक वीडियो शेयर किया गया है। अपने पति की तरह आंखों में देश की सेवा का जज्बा रखने वाले ले. कनिका की मानें तो शारीरिक क्षमता से ज्यादा मानसिक तौर पर ताकतवर होने की जरूरत है।
ले. कनिका मानती हैं कि आर्मी ज्वॉइन करना एक आसान रास्ता नहीं था लेकिन अगर उनके पति मेजर कौस्तुभ जिंदा होते तो शायद वह भी उन्हें ऐसा करने के लिए प्रेरित करते।
ले. कनिका के शब्दों में, 'मुझे पता था कि अब हमारी जगहें बदल गई हैं, वह भी मेरे लिए शायद ऐसा ही करते। मैं यहां पर उनके लक्ष्य और उनके उन सपनों को पूरा करने के लिए हूं जिन्हें वह पूरे नहीं कर सके।'
अगस्त 2018 में शहीद हुए मेजर--
मेजर कौस्तुभ राणे, गढ़वाल राइफल्स के साथ तैनात थे। उत्तर कश्मीर के बांदीपोर में पोस्टिंग के दौरान वह 36 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ जुड़ गए थे।
छह साल तक देश सेवा करने के बाद अगस्त 2018 में बांदीपोर के गुरेज में हुए एनकाउंटर में वह शहीद हो गए थे। उनके परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी कनिका और बेटा अगस्तय हैं। जिस समय मेजर शहीद हुए उस वर्ष बेटे की उम्र बस ढाई साल थी।
एक वर्ष पहले जम्मू के उधमपुर में समारोह में मेजर कौस्तुभ को सम्मानित किया तो ले. कनिका ने यह सम्मान लेने के लिए मौजूद थीं। मेजर कौस्तुभ के साथ 28 वर्षीय राइफलमैन हमीर सिंह, 26 वर्षीय राइफलमैन मनदीप सिंह और 25 वर्षीय राफइलमैन विक्रमजीत सिंह शहीद हो गए थे।
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